शिक्षक भूल कर भी न करे ये काम वरना होगी विभागीय कार्यवाही
परिषदीय विद्यालयों मेंकक्षा एक से आठ तक के बच्चों को निश्शुल्क वितरित करने के लिए आईं पुस्तकों को फर्जी सत्यापन दिखा कबाड़ में बेच दिया गयां। तिंदवारी रोड स्थित पेट्रोल पंप के पास कबाड़ी' की दुकान में छापा मार कर पुलिस ने 14 बोरियों में भरीं करीब 12 विवंटल पुस्तकें बरामद की हैं। पुलिस ने आरोपित शिक्षक विवेक यादव और कबाड़ी सद्दाम के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। कबाड़ी को जेल भेजा गया है। इन पुस्तकों: को रिकार्ड में वितरित होना दिखाया गया था, जिसका : प्रमाणपत्र भी तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी कैलाश सिंह ने दिया था। जब वह भी 'जांच के दायरे में आ गए हैं। बीएसए प्रिंसी मौर्या ने बताया कि संबंधित शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। कमेटी जांच कर रिपोर्ट देगी। सभी पुस्तकें सत्र 2020-21की हैं। रविवार देर शाम पुलिस ने जब कबाड़ की दुकान में छापा मारा तो वहां टिन शेड में बोरियों में पुस्तकें मिलीं। सद्दाम ने बताया कि कुछ दिन पूर्व हरदौली,संकुल प्रभारी कस्बे के अतर्रा रोड निवासी विवेक यादव ने किताबें बेची थीं, वह शिवानंद पुरवा प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत हैं।उन्होंने बल्लू खां के धर्मकांटा में वजन करा कर किताबें मुझे बेचीथीं, मेरा .क़ोई कसूर नहीं है। वह पुस्तकों को कानपुर में बेचने की योजना बना रहा था। वहीं, आरोपित शिक्षक विवेक यादव का कहना है कि मैं तीन वर्षों से न तो संकुल प्रभारी हूं और न ही पुस्तक वितरण करता हूं। मुझे विरोधी फंसा रहे हैं।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक पंकज सिंह ने बताया कि आरोपित शिक्षक व कंबाड़ी के विरुद्ध सरकारी सामान बेचने व सरकारी दायित्वों से हटकर गबन करने सहित कई धाराओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुस्तक वितरण की. जिम्मेदारी आरोपित शिक्षक पर ही थी।