देहरादून। प्रदेश में एक अक्तूबर2005 तक जिन पदों पर भर्ती के विज्ञापन जारी हो चुके थे, उन परचुने गए करीब 5000 कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन की राह खुल गई है। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के ज्ञापन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपर मुख्य सचिव को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष जीतमणि पैन्यूली ने बताया कि केंद्र सरकार ने एक जनवरी 2004 से पहले विज्ञापित पदों के सापेक्ष नियुक्त सभीकार्मिकों को पेंशन देने का निर्णय तीन लि है। उन्होंने केंद्र की तर्ज पर एक अक्तूबर 2005 से पूर्व जिन कार्मिकों की विज्ञप्ति जारी हो गई थी और नियुक्ति एक अक्तूबर के बाद हुई, उन्हें केंद्र की तर्ज पर पुरानी पेंशन देने का ज्ञापन मुख्यमंत्री को दिया। मुख्यमंत्री धामी ने अपर मुख्य सचिव वित्त को कार्रवाई के निर्देश दिए।
संगठन ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए मांग की कि केंद्र सरकार व यूपी सरकार की भांति एनपीएस से आच्छादित ऐसे कार्मिक, जो किन्हीं कारणों से सेवा में रहते हुए दिवंगत हो गए हैं, उनका अंशदान वापस दिया जाए। साथ ही एनपीएस से आच्छादित कार्मिकों को एक सेवा से दूसरी सेवा में जाने पर उपार्जित अवकाश, सेवानिवृत्ति उपादान एवं मृतक उपादान को सेवानिवृत्त लाभ में जोड़ने का अनुरोध किया हैं। 'एक अक्तूबर 2005 से पहले प्रकाशित विज्ञप्ति के आधार पर विभिन्न विभागों में विद्यालयी शिक्षा विभाग के प्रवक्ता और प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत सहायक अध्यापक, स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत फार्मासिस्ट, चिकित्सक, वन विभाग में विभिन्न पदों पर नियुक्त कार्मिक, पुलिस विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों में भी करीब पांच हजार से अधिक कर्मचारियों को लाभ मिल सकता है।