यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षा की होगी ऑनलाइन मॉनिटरिंग
यूपी बोर्ड परीक्षा-2023 इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 21 जनवरी से शुरू हो रही हैं। परीक्षाओं की निगरानी केंद्रीय कंट्रोल रूम से की जाएगी। इसके लिए विद्यालय सेक्टर में बांटे जाएंगे और हर सेक्टर में एक मजिस्ट्रेट की तैनाती होगी। जिला विद्यालय निरीक्षक डीएम के सहयोग से सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति करेंगे।
संबंध में यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिवों को पत्र लिखा है। इसमें बताया गया है कि नकल विहीन, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा कराने के लिए वेब कॉस्टिंग के द्वारा कंट्रोल रूम के माध्यम से ऑनलाइन मॉनीटरिंग की जाएगी। इसलिए केंद्र पर लगे वायस रिकार्डर युक्त सीसीटीवी कैमरे, डीवीआर, राउटर, हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्शन आदि का क्रियाशील होना आवश्यक है।
कंट्रोल रूम स्थापित किए जाने संबंधी समस्त कार्रवाई एवं प्रत्येक परीक्षा केंद्र से उनका आईपी एड्रेस प्राप्त कर कंट्रोल रूम से उनकी कनेक्टिविटी का समुचित परीक्षण 20 जनवरी तक अवश्य पूर्ण करा लें। ताकि 21 जनवरी से प्रारंभ होने वाली इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षाओं की मॉनीटरिंग कराई जा सके। पत्र में लिखा गया है कि पर्यवेक्षण के लिए विद्यालयों को सेक्टर में बांटकर प्रत्येक सेक्टर में एक-एक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति डीआईओएस द्वारा जिलाधिकारी के सहयोग से कराई जाएगी।
ओएमआर शीट का नमूना और भरने के निर्देश जारी
यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि वर्ष 2023 की हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में प्रत्येक विषय के प्रश्नपत्र में 20 अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का उत्तर ओएमआर शीट पर देना है। पिछले साल कक्षा नौ की गृह परीक्षा में ओएमआर शीट पर कराई जा चुकी है। हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में प्रयोग आने वाली ओएमआर शीट का नमूना और इसे भरे जाने के निर्देश परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। उन्होंने सभी विद्यालयों से कहा है कि छात्रों को इसका अभ्यास कराया जाए, ताकि परीक्षा के दौरान उन्हें कोई परेशानी न हो।